नानी तेरी मोरनी को मोर ले गए
बाकी जो बचा था काले चोर ले गए
नानी तेरी मोरनी को मोर ले गए
बाकी जो बचा था काले चोर ले गए
खाके पीके मोटे होके, चोर बैठे रेल में
चोरों वाला डिब्बा कट कर, पहुँचा सीधे जेल में
खाके पीके मोटे होके, चोर बैठे रेल में
चोरों वाला डिब्बा कट कर, पहुँचा सीधे जेल में
नानी तेरी मोरनी को मोर ले गए
बाकी जो बचा था काले चोर ले गए
उन चोरों की ख़ूब ख़बर ली, मोटे थानेदार ने
मोरों को भी खूब नचाया, जंगल की सरकार ने
उन चोरों की ख़ूब ख़बर ली, मोटे थानेदार ने
मोरों को भी खूब नचाया, जंगल की सरकार ने
नानी तेरी मोरनी को मोर ले गए
बाकी जो बचा था काले चोर ले गए
अच्छी नानी प्यारी नानी, रूसा-रूसी छोड़ दे
जल्दी से एक पैसा दे दे, तू कंजूसी छोड़ दे
अच्छी नानी प्यारी नानी, रूसा-रूसी छोड़ दे
जल्दी से एक पैसा दे दे, तू कंजूसी छोड़ दे
नानी तेरी मोरनी को मोर ले गए
बाकी जो बचा था काले चोर ले गए
-शैलेन्द्र
Submitted by: शैलेन्द्र
Submitted on: Thu Nov 01 2022 20:49:14 GMT+0530 (India Standard Time)
Category: Poem
Acknowledgements: This is a famous person's work in the public domain.
Language: हिन्दी/Hindi
Search Tags: हिंदी बाल कविता
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